ज्योतिष के द्वारा अपनी शिक्षा की स्थिति को ज्ञात किया जा
सकता है ।
इस के लिए जन्म कुण्डली D - 1 के भाव
इस के लिए जन्म कुण्डली D - 1 के भाव
2,धन भाव
4,माता भाव
5,सन्तान भाव
9भाग्या भाव का विशेष स्थान है । अगर जन्म का समय
4,माता भाव
5,सन्तान भाव
9भाग्या भाव का विशेष स्थान है । अगर जन्म का समय
सही है तो चतुर्विशांश वर्ग कुण्डली D-24 का उपयोग
भी किया जा सकता है । साथ मे नवांश D - 9 का
उपयोग भी किया जाता है ।
मुख्य ग्रह बुध,बृहस्पति और चन्द्रमा है इनका आपस मे
तालमेल और दशा - अंतर दशा तथा गोचर का विशेष स्थान है ।
जन्म कुण्डली के भाव 5 से शिक्षा के स्तर को देखा
जाता है।
नवांश कुण्डली D - 9 मे बली लग्न और लग्नेश की स्थिति ।
इस मे राशि को 9 भागो मे बाँटा जाता है ।
चतुर्विशांश कुण्डली D - 24 मे भी लग्न और लग्नेश
की स्थिति की स्थिति ।
इस मे राशि के 24 भाग किए जाते है ।
धन्यवाद् ।।
Comments