Dosto Moga se Chark fir Gholia Ye rasta maine bahut cover kia lakin record kabhi nahi kia kabhi mind me ayya hi nahi per ek subscriber ne jab ye reqest ki to maine kaha bhai main to bahut baar gya us rste se unhone kaha ki meri bahut yaade jodi hai us raste se abhi wo USA me hai India nahi aa sakte To dosto aap bhi enjoy kijiye Moga to Gholia via charik
Kot Kapura Dosto Ek aur khoobsurst shahar ghoomtey hai wide roads , Railway flyovers , well connected by roads from allside Famous for Dhodha dish Jo k khane main hai bahut hi swaad to Chalo dekhte hai Ghoomtey hai Kotkapura City is 50 kn from Bathinda 40 km from Moga 30 Km from Muktsar Kotkapura Video Kotkapura Battia wala chownk Shashtri Market Kotkapura drive vlog Motovlog Punjab market With sjcam Shashtry Market
Baghapurana city Baghapurana is Tehsil In Moga District of Punjab Moga to bagha purana distance 16 km Kotkpura to Baghapurana 23 km Baghta bhai ka to baghapurana 22km Baghapurana video
राजु श्रीवास्तव, हास्य कलाकार आज हमारे बीच नहीं हैं । उनके शब्दों के बाण हास्य से भीगे हुऐ कब हृदय को हर्षित कर, चेहरे पर एक नई मुस्कराहट को जन्म दे देते । भगवान आप की आत्मा को शांति प्रदान करे ।
Bhatinda मैने भटिंडा के बारे में सुन रखा था पर कभी जाने का संयोग नहीं बना । एक दिन अचानक भटिंडा जाने का संयोग बन गया । मैंने अपनी मोटरसाइकिल निकाली और चल पडा और क्या क्या मैने किया किधर से गया सब कुछ आपके सामने पेश करता हूँ एक वीडियो के द्वारा वीडियो देखे
इतिहास रचने वाले नीरज चोपड़ा के लिए बधाइयों का तांता पीएम मोदी ने ट्वीट किया , "हमारे सबसे प्रतिभावान खिलाड़ियों में से एक नीरज चोपड़ा की महान उपलब्धि। विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने पर नीरज चोपड़ा को बधाई। भारतीय खेलों के लिए यह खास पल है।" PM मोदी ने बताई महान उपलब्धि विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरे देश ने बधाई दी है। चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन में चल रही चैंपियनशिप की भालाफेंक स्पर्धा में 88.13 मीटर के थ्रो के साथ रजत पदक जीता। इससे पहले भारत के लिए विश्व चैम्पियनशिप में एकमात्र पदक 2003 में पेरिस में अंजू बॉबी जॉर्ज ने लंबी कूद में कांस्य जीता था।
You Can Watch Full Travel Vlog Here Episode -1 Watch More Chintapurni to Jawala ji temple Episode - 2 Jawalaji to Kangra devi temple Episode 3 Kangra to Chamunda devi Episode 4 Chamunda devi to Dharamshala Episode 5
My First Vlog, मेरा पहला व्लॉग, എന്റെ ആദ്യത്തെ വ്ലോഗ്, ನನ್ನ ಮೊದಲ ವ್ಲೊಗ್, ਮੇਰਾ ਪਹਿਲਾ ਵੀਲੌਗ, мой первый влог, Il mio primo vlog, 私の最初のVlog,, 나의 첫 브이로그, 我的第一个Vlog, Mea prima Vlog Mon premier vlog
#jagraon #market #biketour Kamal Chownk Nalka Chownk Video देखे Read More दबाओ Click read More Time Span 0:00 - Highway 4:06 - Jagraon Main Chownk 5:00 - Bus Stand 9:55 - Jagraon City 15:01 - Kamal chownk Market 18:54 - Delhi Gate Jagraon 21:45 - Nalka ckownk
Answer No One Learn Astrology From Anyone Astrology is something God Gifted Present with in you Other can help you to find hidden files in your memory So meditate, read some books, contact astrologers Roam around If you have it will show you the paths Thanks
Fazilka City Video देखे Read More दबाओ Click read More Is a District of Punjab -India One of the Oldest City Of Punjab Near Pakistan Border Second Highest T V Tower in Asia
आठ वश्तुऐ जो शिव संदेश देती है । Eight things that spreads the message of Lord Shiva . Trident - - the 3 powers - Knowledge, desire and implementation The Ganges -- scriptual teachings from one generation to the next The Moon -- the lord is timeless The Third Eye symbolizes destruction of evil and ignorance the opened it reduces the person in vision to ashes Drums symbolize sound representing the words from the Vedas The Tiger skin symbolizes fearlessness Serpent signifies ego which once mastered can be worn as an ornament Rudraksha beads denote purity त्रिशुल दर्शाता है तीन शकि्तया - ज्ञान , चाह और कार्यान्वयन ( परिपालन )। गंगा के बहाव की तरहा आध्ातमिक शिक्षा को अगली पी़डी तक पौहचाना । चांद - ईश्वर कालातीत है । तीसरी ऑख - बुराई का विनाश । डमरु - वेदो के शब्दो का संगीत । शेर की खाल - अभय । सांप - अहंकार को काबु कर गहनो की तरहा धारण कीया जा सकता है । रुदार्क्ष - पवित्रता, पवित्रता से दान ।
गुमशुदा बच्चों की तलाश अब आप online Umang app पर कर सकते है । यह एप भारतीय सरकार की है । आप को Umang app download कर के उस मे बच्चे की ग़ुम होने की शिकायत दर्ज करनी है। आप को लोग ईन करना है । फिर खोया-पाया विभाग को चुनना है। अगर आपको खोया बच्चा मिला है या आपको किसी खोय बच्चे की तलाश है तो पुछी गई जानकारी दर्ज करनी है। यह एप 313 सुविधाओं के साथ 17 राज्यों में उपलब्ध है। इस एप को गूगल पल्ये सटोर से डाउनलोड किया जा सकता है । डाउनलोड यहाँ नीचे दिये गये लिंक पर करे। klick here for download डाउनलोड https://play.google.com/store/apps/details?id=in.gov.umang.negd.g2c
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवी- तुवरण्यम भर- ्गो देवसयाह धीमही धियो यो न: प्रचोदयात् । संस्कृत मे । ॐ भूर्भुवः स्वः तत सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमही धियो यो न: प्रचोदयात्। गायत्री मंत्र को हिन्दू धर्म में ( कल युग मे ) सबसे महत्वपूर्ण मंत्र माना जाता है । यह मंत्र हमें ज्ञान प्रदान करता है। इस मंत्र का मतलब है :- हे प्रभु , क्रिपा करके हमारी बुद्धि को उजाला प्रदान कीजिये और हमें धर्म का सही रास्ता दिखाईये । यह मंत्र सूर्य देवता की प्रार्थना के समय भी गाया जाता है । इस मंत्र को दिन मे कभी भी पड़ सकते हैं । सुबह और शाम को तो क्या कहना । मंत्र पड़ते समय इस के उच्चारण को अगर सुना जाए तो अदभुत लाभ होता है । धन्यवाद ।
देश प्रदेश की यात्रा का योग आज कल विदेश जाना सभी की चाहत है। विदेश जाने की जल्दी मे कुछ गलतियाँ हो जाती है जल्दी का नतीजा ये होता है कि आप किसी बिचोलिए के चक्कर मे पस जाते है ओर पैसे फसा लेते है आप का विदेश जाना तो कोई भी ज्योतिषी आसानी से बता सकता है। बाद मे पछतावे के अलावा हाँथ कुछ नहीं लगता। बाद मे पछताने से अच्छा है समय रहते किसी ज्योतिष से सलाह जरूर ले। विदेश यात्रा योग सभी के भाग्य मे होता है। प्रन्तु कुछ कुण्डलियो मे सीधे योग नही बनते। कुछ कुण्डलियो मे कम समय के लिए विदेशी धरती का योग बनता है। कुछ ग्रह अपनी दशा में योग बना सकते है। पर अगर योग नही बन रहा तो विदेश यात्रा हो सकती है पर कम समय के लिए । अगर आप भी जानना चाहते हैं तो Facebook पर संपर्क कर सकते है। मिल भी सकते हैं। अधिक जानकारी, More Information जरूरी चीजें = जन्म तिथि जन्म स्थान जन्म समय धन्यवाद।
सफलता का राज क्या आपने कभी सोचा है कि एक सफल व्यक्ति कि सफलता के क्या कारण होते है । ओर क्या हो सकते है । एक सफल व्यक्ति किस कारण से सफल माना जाता है क्यो किसी व्यक्ति को सफल कहा जाता है । सफलता का मापदंड क्या है । बहुत से प्रश्न उत्पन होते है । पहला दृिष्टीकोण आज के समय मे सफल उसे माना जाता है जिस के पास उपभोग की वस्तुए अधिक हो , पैसा बहुत अधिक मात्रा मे हो उसका रहन सहन राजाओ जैसा हो , गाडिया घर बंगले इन वस्तुए से किसी की सफलता का अनुमान लगाया जाता है । और इसे आज का आधुनिक समाज ठीक मानता है । लेकिन जब कोई सफल व्यक्ति आत्महत्या कर लेता है और आखरी पत्र मे धन दौलत का आभाव या पैसे का दबाव जैसी बातो को सार्वजनिक करता है तो कही ना कही पैसे के बल पर आई सफलता पर शक होता है । और दूसरी ओर एक निर्धन व्यक्ति गरीबी मे भी खुश रह पाता है । मेरे अपने अनुभव से हर व्यक्ति का सफलता का अपना राज होता है उसके खुश या उदास होने के उस के अपने ही तरीके होते है कुछ लोग दुसरो को देख के उनकी सफलता को देख जीते है अपने गोल या लक्ष्य तय करते है और वही कुछ लोग अपनी चादर देख के पैर पसारते
सही मार्ग कौन बताये ? नमश्ते दोस्तो, आज का हमारा विषया है : सही मार्ग कौन सा, कैसा , कैसे पता चले । तो दोस्तो, यहॉ मे अपने अनुभव से बता रहा हॅू । जैसा मैने जाना, सुना- सूनाया नही , महसू्स कि्या। जिया, निचोडा । आप ने देखा होगा जब कभी भी हम कोई कार्या करते है तो कुछ लोगो को पसंद आता है कुछ को नही , कुछ को ठीक ठाक । तो उसी से हम ये निर्णय लेते है कि कार्या सही या गलत । थोडा ओर गहराई मे जाये तो जिस कार्या को कर के मन प्रसन्न होता वो सही दूसरा गलत । लेकिन एक ओर भी रहस्यमय ओर पर्मानिक सूत्र है जो हमे सही या गलत की पहचान करवाता है । जिस पर आधुनिक संसार मे कम ही बात होती है । उस को समझने के लिए हमे इन्सान की उत्पत्ती को समझना होगा । इन्सान संसार कि सम्भाविक जीवन लीला का अंतिम जीव या विकसित जीव है । इन्सान का बोध्दिक स्तर सभी जीवो से उत्तम है ओर विकासशील है । जो निर्णतर विकास कर रहा है अपना भी ओर सभी जीवो का भी । अगर हम कहे इन्सान जब अपनी सारी सम्भावनायो के पार हो जाएगा तो परमात्मा हो जाएगा तो बिलकुल सही होगा । एक तरफ जब एक इन्सान हर प्रकार की सम्भावाना के पार और स्वय का मालिक हो जा
कर्म ही भविष्य है । कर्म अच्छा या बुरा कैसे ? नमस्ते मित्रों । अक्सर यह प्रश्न पूछा जाता है कि मैं तो सभी का अच्छा करता हूँ फिर फल बुरा कियु मिलता है ? फलां आदमी हमेशा बुरा करता फिर भी उसको कुछ नही होता ? मित्रों यही पर कर्म का लेखा-जोखा सामने आता है । कर्म होने से पहले शरीर मे बहुत कुछ होता है । कर्म से पहले कर्म का विचार, कर्म के विचार से पहले, कर्म का भाव । आमतौर पर यह आपकी बेहोशी मे ही धट जाता है आप अपनी जींदगी मे इतने खोए होते है कि कब भाव जागा ? कब विचार बना ?कब कर्म बन गिया ? पता तब चलता है जब घटना धट चूकी होती है । कईयों को तो कर्म के बाद भी पता नही चलता। कर्म को हम धटने से पहले भी रोक सकते है अगर होश हो तो। होश आता है ध्यान से। ध्यान को इसीलिए महत्वपूर्ण कहा गया है । ध्यान की गहराईयो मे उतर कर ही कर्म के सिंघात को समझा जा सकता है । जरा सोचो गौतम बुद्ध राजकुमार थे । होने वाले राजा थे। चाहते तो तलवार के दम पर सभीको ध्यान करवा सकते थे । पर ध्यान कुछ ऐसी व्यवस्था है जो आप के करने से धटती है । दूसरा ध्यान वीधि बता सकता है। ध्यान की तैयारी का
ज्योतिष में जल्द फल बताना कितना सुरक्षित ? ऊँ गं गणपतये नमः । नमस्ते दोस्तों । आजकल के आधुनिक संसार में समय सभी के पास कम है तो सभी जल्द समाधान चाहते है । बाजार मे उपभोक्ता के लिए बहुत सा व्यापार जल्द समाधान पर टिका है । जैसे: Instant Help, instant coffee, instant yoga, instant food etc , और instant astrology भी। लेकिन दोस्तों हर क्षेत्र में व्यावसायिक सोच अच्छी नही होती । कभी-कभार समाज के लिए कुछ सहज और वर्तमान ,ध्यान और ज्योतिष । Present, Meditation and Astrology . कैसे जाने आप का कर्म क्या है । उपयोगी कदम भी उठाते रहना चाहिए । मेरा मन पसंद विषय या क्षेत्र ध्यान और ज्योतिष ज्ञान है मै बचपन से ही इनकी ओर आकर्षित रहा हूँ । मुझे जिस विषय या क्षेत्र का ज्ञान है । मुझे उसी पर कुछ कहने का हक है ऐसा मुझे लगता है। ज्योतिष विद्या मे वर्षों सिखने पर इतनी कुशलता तो आ जाती है कि कुण्डली देख के ही फल कहे जा सकते है । For More Information ओर जानकारी पर फिर भी कुण्डली को सभी नियमो से गुज़ारना चाहिए । कम्प्यूटर युग मे कु
जाने कैसै ग्राहों के अनुसार होगा आपका व्यापार और नौकरी । ऊँ नमः शिवाय । नमस्कार मित्रों । मुख्यतः संसार मे लोगो को तीन वर्गो मे बाँटा जा सकता है । पहले वर्ग मे बहुत कम लोग होते है जो अपने वर्तमान से खुश है । दूसरे वर्ग मे अधिकतर लोग हमेशा कमी ही महसूस करते है । और जाने-अनजाने अपने दुःख को बड़ा लेते है । पहला वर्ग जो लोग खुश है वो ज्यादा तर वर्तमान मे रहने वाले होते है और जाने-अनजाने मे लोगो की मदद कर पाते है और अपने सु:ख को बड़ा पाते है । आयो जाने अपनी कौन-सी राशि कैसे देखे ? तीसरे वर्ग के लोग इन दोनो वर्गो के लोगों मे इधर-उधर होते रहते है। और कभी खुश और कभी उदास होते रहते है । धीरे-धीरे यह कर्म आदत बन जाती है । फिर यह आदत अपने आप जारी रहती है । इंसान यह समझ नही पाता की उसके साथ क्या हो रहा है । वह दूसरे लोगो पर इसकी जिम्मेवारी डाल देता है । और इंसान एक वर्तूल मे घूमने लगता है । ध्यान भी एक मार्ग है । ध्यान की विधियो का इस्तेमाल करके विवेक को जगा कर साक्षी भाव मे
ऊँ नमः शिवाय। मनुष्य चाहे जितनी दौड धूप कर ले मिलेगा वही जो उस के कर्म के अनुसार है ज्योतिष के अनुसार कुण्डली मे ग्रहों की स्थिति इंसान के कर्मो का लेखा-जोखा है । उस से इंसान भाग नही सकता उसे कर्मो का फल भोगना ही पडता है । फिर ज्योतिष का योगदान क्या हुआ ? भारतीय ज्योतिष के द्वारा कुण्डली का निर्माण होता है फिर अध्ययन से जातक के जीवन में होने वाली शुभ एवं अशुभ धटनायो का ज्ञान होता है फिर निवारण होता है । Save yourself from hackes आयो जाने अपनी कौन-सी राशि कैसे देखे ? ग्रह जीवन के हर क्षेत्र पर प्रभाव डालते है । व्यापार के बारे मे जानने के लिए कुण्डली के दशम भाव का अध्ययन किया जाता है इस के साथ अर्थ से जुड़े भावो का 2,6 व 10 एक साथ भी अध्ययन किया जाता है । चन्द्र से अथवा लग्न से दशम भाव जो बलि हो उसको लिया जाता है । दशम भाव के नवांश का स्वामी भी अपनी भूमिका निभाता है । ऐसे तो बहुत सारे सूत्र है पर उपरोक्त सूत्रों से जातक के व्यवसाय का ज्ञान हो जाता है । जातक चाह कर भी ग्रहों के